Govardhan Yojana 2025 : हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है। और हां इस देश में किसानों को काफी ज्यादा महत्व दिया जाता है। इसी महत्व को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने कई सारी योजनाएं चला दी जाती है। जिसके माध्यम से किसानों को काफी ज्यादा लाभ मिलता है। यदि आप भी एक किसान है। तो आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं। क्योंकि राजस्थान सरकार में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए और उर्वरक को कम करने के लिए Govardhan Yojana की शुरुआत की है इस योजना के माध्यम से सरकार के द्वारा सब्सिडियरी दी जाती है। और कई सारी चीजों का लाभ मिलता है।
गोवर्धन योजना के माध्यम से सरकार ने किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है। जिसमें की राजस्थान सरकार ने 2024 से लेकर 2025 में लगभग 18900 वर्मी कंपोस्ट इकाइयां बनाया है। जिसके माध्यम से सभी किसानों को पूरे खर्चे पर लगभग 40% का अनुदान मिलता है।
गोवर्धन योजना क्या है
गोवर्धन योजना एक ऐसी योजना है। जो कि किसानों को प्रेरित करता है। कि वह अपने खेतों में खातों का कम इस्तेमाल करें जो खत में खादर डाले जाते हैं। उसे उत्पाद तो ज्यादा होता है। लेकिन हमारे भूमि को भी बंजारा करते जा रही है। धीरे-धीरे इसी को कम करने के लिए सरकार ने गोवर्धन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के माध्यम से सरकार प्रेरित करता है। कि लोग जैविक खेती का ज्यादा इस्तेमाल करें। मतलब की गोबर जैसी चीजों का ज्यादा इस्तेमाल करें। ताकि खेतों में ज्यादा खाद नहीं देना पड़े और उनका फसल भी अच्छी तरीके से हो।
सरकार ने इस योजना को इसलिए बुलाया है। ताकि किसान का मुनाफा ज्यादा हो। और ज्यादा अनाज उत्पादन हो इसलिए सरकार ने 2024 से लेकर 2025 तक लगभग 18900 वर्मी कंपोस्ट बनाना है। जिससे कि रासायनिक खेती का कमी हो और जैविक खेती का इस्तेमाल ज्यादा हो जब आप रासायनिक चीजों का इस्तेमाल करते हैं। उसे हमारे जमीन की उर्वरक शक्ति कम होता है। जिसके कारण हमारा फसल भी काम उगता है। गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना के अंतर्गत किसानों को प्रकृति खेती की तरफ ज्यादा प्रेषित कर रही है। अगर किसान जैविक खेती पर ध्यान दें। तो उसकी सरकार 40% का सब्सिडियरी भी देने वाली है।
गोवर्धन योजना के लिए आवेदन कैसे करें
अगर आप गोवर्धन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं। तो सबसे पहले आपको बता दें कि इस योजना में आवेदन कौन-कौन से व्यक्ति कर सकते हैं यदि आप एक किसान है। और आप गोवर्धन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास यह सारी चीजे होनी चाहिए। तभी आप इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे। किसानों के पास खुद का खेती होना चाहिए। और कम से कम किसानों के पास पांच पशु पलटी हो जैसे की पांच गए हो चाहे पांच भैंस हो उसके बाद ही आप राजस्थान सरकार के अधिकारी वेबसाइट पर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस योजना का मकसद है कि “पहले आओ पहले पाओ” जिससे कि किसानों को या फायदा मिलेगा। कि जो किसान पहले के समय में आएगा। वह पहले इस योजना का लाभ प्राप्त होगा। इसमें आपको 50% की लागत पर नहीं तो ₹10000 की लागत पर उसे किस का एक वर्मी कंपोस्ट इकाई बना दिया जाएगा।
आपको बता दें वर्मी कंपोस्ट उसे कहते हैं। जो की केचुआ से बना हुआ खाद होता है वह खाद काफी ज्यादा पावरफुल होता है। वह खाद से भी ज्यादा पावरफुल होता है। अगर आप खेतों में कोई भी खाद नहीं डालते हैं सिर्फ वर्मी कंपोस्ट डालते हैं। तो उससे काफी ज्यादा फायदा मिलता है। क्योंकि वह खाद केचुआ से बना होता है और कई सारे मटेरियल से बना हुआ होता है।
वर्मी कंपोस्ट कैसे बनाएं
गोवर्धन योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा इस योजना के लिए आपको 50% की सब्सिडी दिया जाता है। और आपको इसमें ट्रेनिंग भी दिया जाता है। ताकि आप इस वर्मी कंपोस्ट को खुद से ही घर में बना सकते हैं इसमें आपको 1010 फीट का एक बड़ा लंबाई और चौड़ाई एक खेतों की तरह बनाना है। और उसमें आप दो फीट तक नीचे गहराई करना है। और उसमें कई सारी चीज डाली जाती है जैसे कि गोबर सड़े गले अनाज उसके बाद उसमें 8 से 10 किलो तक केंचुए खरीद कर डालना होता है उसके बाद आपका वर्मी कंपोस्ट तैयार हो जाता है।