Kisan Rail Yojana – केंद्र सरकार द्वारा फरवरी में पेश होने वाले बजट में ही Kisan Rail Yojana 2022 शुरुआत कर दी गई थी। केंद्र सरकार और भारतीय रेलवे के द्वारा देश के किसानो को लाभ देने के लिए इस योजना को 7 अगस्त 2020 को आरम्भ कर दिया गया है। इस योजना के तहत किसानो के लिए रेलगाड़िया चलवाई जाएगी। जो फल या सब्जी अन्य कृषि उत्पाद जल्द ही बेकार हो जाते हैं उनको किसान रेल के द्वारा उनके गंतव्य जगह अथवा मंडियों तक भेजा जायेगा।
जिससे फलो और सब्जियों को बेकार होने से बचाया जा सके। तो दोस्तों चलिए आज हम आपको अपने इस लेख के अंतगर्त किसान रेल योजना से जुड़ी सभी जानकारी जैसे की ट्रैन लिस्ट, ऑनलाइन बुकिंग,रजिस्ट्रेशन आदि आपके साथ साझा कर रहे है आप हमारे इस लेख को ध्यान से पूरा पढ़े और इस योजना का लाभ ले।
किसान रेल योजना 2024 | Kisan Rail Yojana 2024
Kisan Rail Yojana 2024 – किसान रेल योजना के तहत भारतीय रेलवे ने 7 अगस्त को पहली ट्रैन शुरू की है। रेलवे ने बृहस्पतिवार को बोला कि ऐसी पहली रेलगाड़ी महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चल रही है।यह रेलगाड़ी सुबह 11 बजे महाराष्ट्र के देवलाली स्टेशन से निकलकर और बिहार के दानापुर स्टेशन तक जाएगी। महाराष्ट्र के देवलाली और बिहार के दानापुर इन दोनो स्टेशनों में लगभग 1519 किमी का सफर करीब 32 घंटे का होगा
इस सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) योजना के अंतगर्त किसान रेलगाड़ी में शीत भंडारण के साथ किसान उपज के परिवहन की व्यवस्था भी रहेगी। जिससे किसानो का बहुत फायदा रहेगा। केंद्र सरकार ने किसानो के लिए बहुत अच्छा किया है। देश के जो भी नागरिक किसान रेल योजना 2021 का लाभ लेना चाहते है तो उन्हें Kisan Rail Yojana 2024 ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
वित्त मंत्री द्वारा शुरू की गई किसान रेल योजना के लाभ
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी किसान रेल योजना (Kisan Rail Yojana) के माध्यम से किसानो को जल्दी ख़राब होने वाली फसलो के परिवहन के लिए देश के विभिन्न हिस्सों तक ट्रेने चलायी जाएँगी। इस योजना के अनुसार परिवहन की अनउपलब्धता के कारण किसानों को जो नुकसान झेलना पड़ता था, अब किसानों उससे छुट्टी मिल जाएगी।
देश के किसान समुदाय की सेवा के क्रम में किसान रेल मल्टी कमोडिटीज, मल्टी कंसाइनर्स और मल्टी कंसाइनीज के तहत ढुलाई की जाएगी। किसान रेल अपने रूट पर पड़ने वाले स्टॉपेज के साथ मूल स्थान से गंतव्य तक जोड़ी में चलायी जाएगी। किसानों और व्यापारियों को किसान रेल रूट पर पड़ने वाले सभी स्टॉपेज से लोडिंग, अनलोडिंग की अनुमति होगी।
विशेषता | विवरण |
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योजना का नाम | किसान रेल योजना [Kisan Rail Scheme] |
उद्देश्य | किसानों को उनकी कृषि उपज को तेजी से और कम लागत में दूर-दराज के बाजारों तक पहुंचाने में मदद करना |
शुरूआत | 7 अगस्त 2020 |
लाभार्थी | सभी किसान |
परिवहन की जाने वाली उपज | फल, सब्जियां, फूल, दूध, मछली, मांस, पोल्ट्री और अन्य कृषि उत्पाद |
विशेषताएं | * बहु-वस्तु, बहु-प्रवर्तक, बहु-अभिग्रहता और बहु-रोकथाम सुविधा * छोटे किसानों के लिए भी कम मात्रा में परिवहन की सुविधा * सब्सिडी का लाभ (कुछ उत्पादों के लिए) * समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित समय सारिणी |
लाभ | * कम परिवहन लागत * बेहतर बाजार पहुंच * ताजा उपज की बिक्री से अधिक आय * कम भंडारण हानि |
ऑनलाइन बुकिंग | उपलब्ध (कुछ मार्गों पर) |
संपर्क सूत्र | * निकटतम रेलवे स्टेशन के मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक से संपर्क करें * भारतीय रेलवे की वेबसाइट: https://www.indianrailways.gov.in/ |
किसान रेल योजना की विशेषता
- किसान रेल एक स्पेशल पार्सल ट्रेन होगी जिसमें तापमान नियंत्रित कोल्ड स्टोरेज की सुविधा होगी।
- इन ट्रेनों का संचालन एक समयबद्ध सारणी के अनुसार विभिन्न रेल मार्गों पर किया जाएगा।
- उत्पादों के ख़राब होने के समय की पाबंदी को ध्यान में रखते हुए नियत समय पर निर्धारित स्थान पर पहुँचाने की समय -सीमा को सुनिश्चहित किया जाएगा.
- कृषि उत्पादों की बुकिंग की कोई निश्चित मात्रा निर्धारित नहीं की गयी है।जिससे छोटे किसान भी अपने उत्पादों की बिक्री के लिए बड़े बाज़ारों तक अपनी पहुँच बनाने में सफल हो सकेंगे।
- परिवहन समय और लागत में कमी के कारण बड़े बाज़ारों अथवा दूर -दराज़ के दुर्गम क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को भी कृषि उत्पाद कम क़ीमत पर उपलब्ध हो सकेगा।
- किसान रेल योजना के माध्यम से ट्रेन में परिवहन की जाने वाली कृषि उत्पादों में मुख्य रूप से फलों, सब्ज़ियों, डेयरी उत्पाद और मीट, पोल्ट्री, मछली आदि शामिल की गयी हैं।
- फलों में मुख्यतः संतरा, केला,आम, अनार,कस्टर्ड सेब, अमरूद, किवी, मोसमी,किनो, लाइम,निम्बू , अनानास, कटहल, बादाम, पैशन फ़्रूट, नाशपाती आदि शामिल है।सब्ज़ियों में सेम फली, करेला ,बैंगन,शिमला मिर्च, गाजर , फूलगोभी, हरी मिर्च,ओक्ररा,खीरा -ककड़ी, मटर,आलू ,प्याज़, टमाटर आदि शामिल है।
- सभी किसान रेल सेवाओं के लिए पार्सल टैरिफ़ के ‘पी -स्केल’ पर शुल्क लिया जा रहा है।
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के ‘ऑपरेशन ग्रीन्स टॉप टू टोटल’ योजना के तहत किसान रेल से फलों और सब्ज़ियों के परिवहन पर माल ढुलाई पर 50% की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
- देश के किसान समुदाय की सेवा के क्रम में, किसान रेल मल्टी कमोडिटीज, मल्टी कंसाइनर्स और मल्टी कंसाइनीज के तहत ढुलाई करेगी।
- ये ट्रेनें रूट पर पड़ने वाले स्टॉपेज के साथ मूल स्थान-गंतव्य तक जोड़ी में परिचालित होंगी, साथ ही इस पर रूप पर पड़ने वाले सभी स्टॉपेज से लोडिंग/ अपलोडिंग की अनुमति होगी।
- ट्रेनों के मूल स्थान- गंतव्य, रूटों, स्टॉपेज और ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी का फैसला कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और रेल मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।जिसके अनुसार हीं भारतीय रेल ट्रेन चलाने की योजना बनाएगी।
किसान रेल योजना न्यू अपडेट
जैसा की दोस्तों आप जानते है की यह योजना किसानो और व्यापरियो के बीच काफी लोकप्रिय है | प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महाराष्ट्र के सांगोला से बंगाल के शालीमार के बीच 100 वीं किसान रेल को हरी झंडी दी है। यह रेल 40 घंटो में 2 हजार से अधिक किलोमीटर की दुरी तय करेगी। पहले यहाँ पर मछलियों के लिए मार्किट नहीं था जो अब किसान रेल के माध्यम से सफल होगा। किसान रेल किसानो के लिए सरकार के द्वारा शुरू की गई है जिसके माध्यम से जल्दी ख़राब होने वाले कृषि उत्पादों को उनकी निश्चित जगह पर कम समय में पहुँचाया जायेगा।
किसान रेल चलता फिरता कोल्ड स्टोरेज है क्युकी इसमें जल्दी ख़राब होने वाले उत्पाद जैसे की दूध , फल ,सब्जी ,मछली आदि सुरक्षित रहते है। Kisan Rail Scheme से देश के 80% छोटे और सीमांत किसानो को लाभ मिलेगा। इस मोके पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है की नई नई टेक्नोलोजी को भारतीय कृषि में समावेश किया जायेगा। पीएम कृषि संपदा योजना के तहत मेगा फूड पार्क्स, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर, ऐसे करीब साढ़े 6 हजार प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं। अब तक देश में 100 किसान रेल चलाई जा चुकी है। हवाई मार्गो से कृषि उत्पाद ले जाने के लिए सरकार ने कृषि उड़ान योजना को शुरू कर रखा ह
किसान रेल का रूट
इस योजना के अनुसार पहली किसान रेल रूट पर पड़ने वाले चार राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार को इस किसान रेल का फायदा होगा। पहली किसान रेल का रूट कुछ इस प्रकार है
देवलाली > नासिक रोड > मनमाड > जलगांव > भुसावल > बुरहानपुर > खंडवा > इटारसी > जबलपुर > सतना > कटनी > मानिकपुर > प्रयागराज > पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर > बक्सर > दानापुर
किसान रेल का प्रति टन किराया
इस योजना के तहत किसानों को अपने माल को जैसे फल, सब्जियां, दूध आदि और भी वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने के लिए प्रति टन के आधार पर किराया देना होगा. जैसे कि नासिक रोड जिसे देवलली भी कहा जाता है वहां से दानापुर तक के लिए 4001 रूपये प्रतिटन, मनमाड से दानापुर तक के लिए 3849 रूपये प्रतिटन, जलगाँव से दानापुर तक के लिए 3513 रूपये प्रतिटन, भुसावल से दानापुर के लिए 3459 रूपये प्रतिटन, बुरहानपुर से दानापुर के लिए 3323 रूपये एवं खंडवा से दानापुर के लिए 3148 रूपये प्रतिटन किराया देना होगा.
किसान रेल का प्रति टन किराया
- खंडवा से दानापुर- Rs 3148/- प्रति टन
- बुरहानपुर से दानापुर- Rs 3323/- प्रति टन
- भुसावल से दानापुर- Rs 3459/- प्रति टन
- जलगांव से दानापुर- Rs 3513/- प्रति टन
- मनमाड से दानापुर- Rs 3849/- प्रति टन
- नासिक रोड से दानापुर- Rs 4001/- प्रति टन
- देवलाली से दानापुर- Rs 4001/- प्रति टन
किसान रेल योजना में ऑनलाइन बुकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें
देश में जो भी किसान इस रेल में यात्रा करके अपने उत्पादन को एक स्थान से दूसरे स्थान में पहुँचाना चाहता है, उन्हें ऑनलाइन बुकिंग के रजिस्ट्रेशन के लिए थोड़ा वेट करने की आवश्यकता है. क्योकि इसके लिए अभी पोर्टल नहीं बनाया गया है और न ही रजिस्ट्रेशन की जनकारी दी गई है. जल्द ही इसके लिए एक अधिकारिक वेबसाइट का निर्माण किया जायेगा, जिसमें जाकर आप अपना रजिस्ट्रेशन कराकर ट्रेन की टिकेट बुक कर सकेंगे. और इस तरह से इस योजना का लाभ उठा सकेंगे.
इस तरह से किसानों के लिए सरकार ने यह एक बहुत बड़ी पहल की हैं इससे किसानों के साथ ही व्यापारियों को भी लाभ मिलेगा. इस ट्रेन के लिए पहला सुझाव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी द्वारा दिया गया था. इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने अपने पहले बजट भाषण में इसकी घोषणा की. किन्तु कोरोनाकाल के चलते इस ट्रेन के शुरू होने में काफी समय लग गया. किन्तु अब फाइनली यह ट्रेन शुरू हो गई है. और अब लोग एक क्षेत्र के देश के दूसरे क्षेत्र के उत्पादों तक पहुँच बनाने में सक्षम हो सकेंगे.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न : किसान रेल योजना क्या है?
उत्तर : खाद्य सामग्री जैसे सब्जी फल आदि और भी चीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान में सही सलामत पहुंचाने के लिए किसानों के लिए शुरू की गई ट्रेन सेवा है.
प्रश्न : किसान रेल की शुरुआत किसने की ?
उत्तर : रेल मंत्री पियूष गोयल जी ने
प्रश्न : पहली किसान रेल कहां से कहां तक चल रही है ?
उत्तर : महाराष्ट्र के देवलली यानि नासिक से बिहार के दानापुर तक.
प्रश्न : किसान रेल की खासियत क्या है ?
उत्तर : इसमें फ्रोज़न कंटनेर लगाये गये हैं जिसमें सब्जी एवं फलों जैसे जल्द ख़राब होने वाली चीजें सुरक्षित एवं ताज़ी रहेगी.
प्रश्न : किसान रेल में टिकेट का किराया कितना होगा ?
उत्तर : अभी इसकी जानकारी नहीं है लेकिन यह रियायती ही होगा.